यह बहुमूल्य अनमोल वचनों का विशाल संग्रह है . आपकी सुविधा के लिए इन्हें एक एक कर इस माला में पुष्पों सा सजाया गया है .
विशेष=
1.एकदम साधारण इंटरफ़ेस .बहुत कम साइज़ में ढेर सारे वचन ..साथ ही लगातार अपडेट होगी .
2.आप सभी सोशल मेसेंजर और साईट जैसे फेसबुक ,वाट्स एप्प ,एस एम् एस ,मेल द्वारा अपने साथियों से बस एक क्लिक द्वारा इन्हें शेयर कर सकेंगे .
3.आप अपनी फेवरेट लिस्ट में अपनी पसंद के अनमोल वचन सहेज सकेंगे .
4.आप डायरेक्ट शब्द पर लगातार उंगली रख चाहि गई लाइन कॉपी कर कंही भी पेस्ट कर सकेंगे .
5.सर्च कर आसानी से चाहे गए वचन पर जा सकेंगे.
6. वर्गवार बांटे गए अनमोल वचन से आसानी से पसंद के विचार पर जा सकेंगे .
7.समय समय पर इसे अपडेट किया जा कर और बहुमूल्य सवरूप दिया जायेगा .
हम अनमोल वचन ( Priceless Words / Quotes) (अमृत वचन/ सुविचार/ सुवचन/ सत्य वचन/ सूक्ति/ सुभाषित/ उत्तम (उत्तम) वाणी/ उद्धरण/ धीर गंभीर मृदु वाक्य)उन बातों और लेखों को कहते हैं, जिन्हें संसार के अनेकानेक विद्वानों ने कहे और लिखे हैं, जो जीवन उपयोगी हैं। इन अनमोल वचनों को हम अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन में नई उंमग एवं उत्साह का संचार कर सकते हैं। अनमोल वचन को हम सूक्ति (सु + उक्ति) या सुभाषित (सु + भाषित) भी कहते हैं। जिसका अर्थ है “सुन्दर भाषा में कहा गया”। इन बातों को अनमोल इसलिए भी कहा जाता हैं क्योंकि यदि हम इन बातों का अर्थ या सार समझेगें, तो हम पायेंगे की इन बातों का कोई मोल नहीं लगा सकता। इन बातों को हम अपने जीवन में अपनाकर अपने जीवन की दिशा को बदल सकते हैं और जीवन की दिशा बदलनें वाली बातों का कभी कोई मोल नहीं लगा सकता हैं क्योकि ये बातें तो अनमोल होती हैं।
वक्ता हो या संत हो, विद्वान हो या लेखक हो, राजनेता हो या फिर कोई प्रशासक — अपनी बात कहने के साथ-साथ वह उसे सार-रूप में कहता हुआ एक माला के रूप में पिरोता चलता है। इस सार-रूप में कहे गए वाक्यों में ऐसे सूत्र छिपे रहते हैं, जिन पर चिंतन करने से विचारों की एक व्यवस्थित शृंखला का सहज रूप से निर्माण होता है। उस समय ऐसा लगता है मानो किसी विशिष्ट विषय पर लिखी गई पुस्तक के पन्ने एक-एक करके पलट रहे हों।
सूत्ररूप में कहे गए ये कथन आत्मविकास के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। इसीलिए व्यक्तित्व विकास पर कार्य कर रहे अनुसंधानकर्ताओं और विद्वानों का कहना है कि प्रत्येक आत्मविकास के इच्छुक को चाहिए कि वह अपने लिए आदर्शवाक्य चुनकर उसे ऐसे स्थान पर रख या चिपका ले, जहाँ उसकी नज़र ज़्यादातर पड़ती हो। ऐसा करने से वह विचार अवचेतन में बैठकर उसके व्यक्तित्व को गहराई तक प्रभावित करेगा। इन वाक्यों का आपसी बातचीत में, भाषण आदि में प्रयोग करके आप अपने पक्ष को पुष्ट करते हैं। ऐसा करने से आपकी बातों में वजन तो आता ही है लोगों के बीच आपकी साख भी बढ़ती है।
सुभाषितों की पुस्तक कभी पूरी नहीं हो सकती।
- राबर्ट हेमिल्टन
लोग जीवन में कर्म को महत्त्व देते हैं, विचार को नहीं। ऐसा सोचने वाले शायद यह नहीं जानते कि विचारों का ही स्थूल रूप होता है कर्म अर्थात् किसी भी कर्म का चेतन-अचेतन रूप से विचार ही कारण होता है। जानाति, इच्छति, यतते—जानता है (विचार करता है), इच्छा करता है फिर प्रयत्न करता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसे आधुनिक मनोविज्ञान भी स्वीकार करता है। जानना और इच्छा करना विचार के ही पहलू हैं । आपने यह भी सुना होगा कि विचारों का ही विस्तार है आपका अतीत, वर्तमान और भविष्य। दूसरे शब्दों में, आज आप जो भी हैं, अपने विचारों के परिमामस्वरूप ही हैं और भविष्य का निर्धारण आपके वर्तमान विचार ही करेंगे। तो फिर उज्ज्वल भविष्य की आकांक्षा करने वाले आप शुभ-विचारों से आपने दिलो-दिमाग को पूरित क्यों नहीं करते।
शब्द ब्रह्म है।=hindi english quotes , महापुरुषों के वचन ,शिक्षा ,राजनीती अनमोल वचन,निति ,संस्कृत, अंग्रेजी ,सूक्तियां ,सुभाषित ,महात्मा गाँधी ,रविन्द्रनाथ,विवेकानंद ,विनोबा भावे ,रामदेव,शिक्षक,suktiyan , कला ,art, विज्ञानं ,दर्शन, जीवन ,मौत ,दोस्ती ,प्रेम ext
आपका = योगेश कुमार अमाना .= (Yogesh Kumar Amana) Yoguru Technologies योगुरु